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जयपुर में आयोजित होगा स्टार्टअप महाकुम्भ- कर्नल राज्यवर्धन राठौड़
जयपुर, 6 नवम्बर। सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ की उपस्थिति में गुरुवार को जयपुर स्थित भामाशाह डेटा सेंटर में दो महत्वपूर्ण एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। पहला...

जयपुर, 6 नवम्बर। सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ की उपस्थिति में गुरुवार को जयपुर स्थित भामाशाह डेटा सेंटर में दो महत्वपूर्ण एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। पहला एमओयू राज्य सरकार के सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग और केंद्र सरकार के डिजिटल इंडिया ‘भाषिणी’ प्रभाग के बीच हुआ। दूसरा एमओयू सी-साइड स्टार्टअप समिट व स्टार्टअप आर्मेनिया के फाउंडर डॉ. हाकोब हाकोबयान,  आईओएलएफ और आई-स्टार्ट राजस्थान के बीच किया गया।

इस अवसर पर कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने कहा कि राजस्थान जैसे विशाल भू-भाग में कोस-कोस पर भाषा बदल जाती है। राज्य सरकार का उद्देश्य है कि नागरिकों को उनकी मातृभाषा में राजकीय सेवाओं का लाभ मिल सके। इसी दिशा में अब ‘भाषिणी’ और डीओआईटी मिलकर कार्य करेंगे तथा आधुनिक तकनीकों की मदद से भाषाई अवरोधों को दूर किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का संकल्प है कि भारत हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बने तथा भाषा के आधार पर नहीं, बल्कि ज्ञान के आधार पर युवाओं को अवसर मिले। ‘भाषिणी’ की मदद से किसान अपनी फसल, मौसम और खाद-बीज से जुड़ी जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। महिलाएं अपने व्यवसाय को बढ़ाने में सक्षम होंगी और विद्यार्थी सरलता से ज्ञान अर्जित कर पाएंगे। यह सब कार्य अब अपनी मातृभाषा में संभव हो सकेंगे।

कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने बताया कि प्रदेश सरकार के आई-स्टार्ट कार्यक्रम से हजारों स्टार्टअप्स को सहायता प्रदान की जा रही है। राज्य में स्टार्टअप महाकुंभ का आयोजन किया जाएगा, जिसमें उद्यमियों, निवेशकों और अन्य हितधारकों को एक ही मंच पर आमंत्रित किया जायेगा ताकि वे विकसित राजस्थान के निर्माण में अपनी भूमिका निभा सकें।

सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के शासन सचिव डॉ. रवि कुमार सुरपुर ने बताया की विभाग भाषिणी के साथ मिलकर उपलब्ध डाटा के आधार पर नागरिकों को क्षेत्रीय भाषाओं में संवाद की सुविधा उपलब्ध कराएगा। इससे किसानों, महिलाओं, युवाओं और जनजातीय क्षेत्रों में गुड गवर्नेंस को सशक्त बनाया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि राजधानी जयपुर में आगामी जनवरी-फरवरी माह में चार दिवसीय स्टार्टअप महाकुंभ का आयोजन प्रस्तावित है, जिसमें देश-विदेश के स्टार्टअप फाउंडर, निवेशक और हितधारक भाग लेंगे।

‘भाषिणी’ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री अमिताभ नाग ने बताया कि ‘भाषिणी’ केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के अंतर्गत शुरू की गई है। इसका उद्देश्य आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और प्राकृतिक भाषा प्रसंस्करण तकनीकों के माध्यम से भारत में भाषाई बाधाओं को समाप्त करना है, जिससे 22 अनुसूचित भारतीय भाषाओं में डिजिटल सेवाओं और सूचनाओं तक सहज पहुंच सुनिश्चित की जा सके। भविष्य में अन्य क्षेत्रीय भाषाओं को भी इस सुविधा से जोड़ा जाएगा। इससे डिजिटल समावेशन को प्रोत्साहन मिलेगा और नागरिक अपनी मातृभाषा में डिजिटल प्लेटफॉर्म से जुड़ सकेंगे। सरकारी वेबसाइटों पर टेक्स्ट टू स्पीच और स्पीच टू टेक्स्ट की सुविधा से नागरिक अपनी भाषा में संवाद कर सकेंगे तथा शिकायत या आवेदन जैसे कार्य आसानी से कर पाएंगे।

इस अवसर पर सूचना प्रौद्योगिकी और संचार विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ अन्य सभी हितधारक उपस्थित थे।

जयपुर में 50 हजार लोगों ने ‘वंदे मातरम्’ के 150 वर्ष पूरे होने पर सामूहिक गायन किया
जयपुर में राष्ट्रगीत वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में 7 नवंबर 2025 को भव्य राज्य स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह आयोजन सवाई मानसिंह स्टेडियम (SMS Stadium)...

जयपुर में राष्ट्रगीत वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में 7 नवंबर 2025 को भव्य राज्य स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह आयोजन सवाई मानसिंह स्टेडियम (SMS Stadium) में सुबह 7:30 बजे शुरू हुआ, जिसमें करीब 50 हजार लोगों ने एक साथ वंदे मातरम् का गायन किया। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की अगुवाई में कार्यक्रम का आयोजन हुआ, जिसमें राज्य भर के स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय, एनसीसी, एनएसएस, हिन्दुस्तान स्काउट गाइड, पुलिस, RAC के जवान, सामाजिक संगठनों के सदस्य, जनप्रतिनिधि तथा आम नागरिक शामिल हुए।

कार्यक्रम की मुख्य झलकियां:

  • सामूहिक वंदे मातरम् गायन में 50 हजार लोगों की भागीदारी​​
  • 50 हजार तिरंगा झंडों का वितरण
  • स्कूल, पुलिस और आर्मी बैंड की प्रस्तुति, साथ ही महापुरुषों पर आधारित प्रदर्शनी
  • NSS के तहत स्वच्छता अभियान और रक्तदान शिविर
  • स्वतंत्रता सेनानियों और परिजनों को सम्मानित किया गया
  • गाँव, ब्लॉक और पंचायत स्तर तक ‘एक स्थान, एक समय, एक गीत – वंदे मातरम्’ की थीम पर कार्यक्रम

यह राज्य स्तरीय उत्सव पूरे देश में 7 नवंबर 2026 तक वर्षभर चले वाले ‘वंदे मातरम्@150’ अभियान की शुरुआत है। इस ऐतिहासिक मौके पर शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों, कॉलेजों और मदरसों में वंदे मातरम् का गायन अनिवार्य किया। आने वाले दिनों में सभी 31 जिलों में प्रभात फेरी, रैली, चित्रकला, रंगोली, निबंध लेखन सहित कई गतिविधियां आयोजित की जाएंगी ।

इस कार्यक्रम का उद्देश्य राष्ट्रभक्ति, स्वदेशी और राष्ट्रीय एकता की भावना को सुदृढ़ करना और नई पीढ़ी में देश के प्रति जागरूकता लाना है।

वंदे मातरम्@150 कार्यक्रम के दिव्य एवं भव्य आयोजन की तैयारियां जोरों पर
जयपुर 05 नवम्बर। राष्ट्रगीत “वंदे मातरम्“ के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में वंदे मातरम्@150 कार्यक्रम के दिव्य एवं भव्य आयोजन की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। शुक्रवार, 7 नवम्बर को एसएमएस...

जयपुर 05 नवम्बर। राष्ट्रगीत “वंदे मातरम्“ के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में वंदे मातरम्@150 कार्यक्रम के दिव्य एवं भव्य आयोजन की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। शुक्रवार, 7 नवम्बर को एसएमएस स्टेडियम में राज्य स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन होगा। बुधवार को एसएमएस स्टेडियम में पर्यटन विभाग के प्रमुख शासन सचिव श्री राजेश कुमार यादव ने आयोजन की तैयारियों का जायजा लिया।

इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के निर्देशानुसार कार्यक्रम को देश भक्ति की भावना से ओत-प्रोत करने, स्थानीय कलाकारों तथा आमजन की अधिक से अधिक सहभागिता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इसमें सभी सरकारी, गैर सरकारी, शिक्षण संस्थानों विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों तकनीकी मेडिकल कॉलेज, एनसीसी, एनएसएस स्कॉउड गाइड की भागीदारी सुनिश्चित करने के निर्देश भी सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों को दिए है। इस दौरान उन्होंने कार्यक्रम को भव्य बनाने के लिए आरएसी, पुलिस, स्कूल सहित कुल पांच बैंड की व्यवस्था करने के निर्देश दिए।

उन्होने कार्यक्रम में सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजामात करने के निर्देश पुलिस को दिए। उन्होंने सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों को कार्यक्रम स्थल पर प्रदर्शनी, हॉर्डिग्स सहित कार्यक्रम का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए हैं। उन्होने विद्यालय, महाविद्यालय व विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं को लाने ले जाने के लिए बसों की व्यवस्था करने के निर्देश आरटीओ को दिए है। इस दौरान उन्होंने स्टेज, बैठक व्यवस्था, दरवाजों की सजावट आदि कर कार्यक्रम को भव्यता प्रदान करने के निर्देश भी सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों को दिए।

इस दौरान शासन सचिव युवा मामले खेल विभाग डॉ. नीरज के पवन, जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी, आयुक्त नगर निगम जयपुर हैरिटेज निधि पटेल, मुख्य कार्यकारी जिला परिषद जयपुर प्रतिभा वर्मा सहित पुलिस प्रशासन के संबंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम ’ के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में प्रदेश भर में राज्य के साथ-साथ जिले, ब्लॉक और ग्राम पंचायत स्तर तक आगामी 7 नवम्बर  2025  से विशेष कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे। राज्य स्तरीय मुख्य कार्यक्रम 7 नवम्बर को जयपुर के एस.एम.एस. स्टेडियम में आयोजित होगा। कार्यक्रम में सभी सरकारी और गैर-सरकारी शिक्षण संस्थान, विश्वविद्यालय, महाविद्यालय, तकनीकी महाविद्यालय, मेडिकल एवं पैरामेडिकल कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज, एनसीसी, एनएसएस, हिंदुस्तान स्काउट गाइड, पुलिस एवं आरएसी के जवान, सामाजिक संगठन और आमजन की भागीदारी रहेगी।

इस अवसर पर भव्य ‘वंदे मातरम ’ गायन, 50 हजार तिरंगा झंडों का वितरण,  स्कूल, पुलिस एवं आर्मी की बैंड प्रस्तुतियाँ तथा महापुरुषों की प्रदर्शनी जैसे सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे। विद्यार्थियों, जनप्रतिनिधियों, एनसीसी कैडेट्स, शिक्षकों व आम नागरिकों द्वारा देशभक्ति के माहौल में सामूहिक राष्ट्रगान के साथ ‘वंदे मातरम’ गायन का ऐतिहासिक आयोजन किया जाएगा। राज्यभर में थीमेटिक प्रदर्शनी, फोटोग्राफ, आर्काइव सामग्री, डिजिटल पैनल और कला प्रदर्शनियों के माध्यम से ‘वंदे मातरम’ की 150वीं वर्षगांठ को ऐतिहासिक स्वरूप में मनाया जाएगा। इसी दिन अजमेर, बीकानेर, उदयपुर, भरतपुर, कोटा, जोधपुर, सीकर, भीलवाड़ा और अलवर के जिला मुख्यालयों में जिला स्तर पर कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।

कार्यक्रमों की इस श्रृंख्ला में 8 और 9 नवम्बर को शेष 31 जिलों में कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। जिलों में प्रभारी मंत्री की उपस्थिति में प्रभात फेरी, रन अथवा बाइक रैली के माध्यम से ‘वंदे मातरम’ का जनप्रचार किया जाएगा। शहीद स्मारकों पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम, विद्यालयों में राष्ट्रगीत एवं राष्ट्रगान का सामूहिक गायन, निबंध लेखन, चित्रकला, रंगोली आदि प्रतियोगिताएं, एनएसएस द्वारा स्वच्छता अभियान व रक्तदान शिविर, स्वतंत्रता सेनानियों व उनके परिजनों का सम्मान और थीम आधारित सांस्कृतिक प्रस्तुतियां आयोजित की जाएंगी। एलईडी स्क्रीन, होर्डिंग्स, एवं विज्ञापन स्थलों पर “वंदे मातरम@150” प्रदर्शनियां लगाई जाएंगी।

इनके माध्यम से ‘वंदे मातरम’ की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि, स्वतंत्रता संग्राम में इसकी भूमिका और राष्ट्रीय एकता के संदेश को प्रस्तुत किया जाएगा। साथ ही इस अभियान से जन-जन को जोड़ने के लिए #vandemataram हैशटैग के साथ सोशल मीडिया अभियान भी चलाया जाएगा।राज्य एवं जिला स्तर पर होने वाले मुख्य आयोजनों के साथ ही ब्लॉक एवं ग्राम पंचायत स्तर पर भी  कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। प्रत्येक ब्लॉक मुख्यालय पर विद्यालयों, महाविद्यालयों, पंचायत प्रतिनिधियों एवं सामाजिक संस्थाओं की सहभागिता के साथ देशभक्ति के इस महाअभियान को जन आंदोलन का स्वरूप दिया जाएगा।

“एक स्थान, एक समय, एक गीत-वंदे मातरम” की थीम पर सामूहिक गायन कार्यक्रम आयोजित होंगे, जिनमें नागरिकों, विद्यार्थियों और स्थानीय संगठनों की व्यापक भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। साथ ही रन, रैली एवं सामूहिक सेवा कार्य के माध्यम से स्वदेशी और राष्ट्रीय एकता का संदेश प्रत्येक गांव तक पहुंचाया जाएगा।सभी सरकारी कार्यालयों में 10 नवम्बर को ‘वंदे मातरम्@150’ कार्यक्रम एवं स्वदेशी संकल्प का आयोजन किया जाएगा। इसी प्रकार 11 नवम्बर को नगर निकाय कार्यालयों में, 12 नवम्बर को पंचायत राज संस्थानों में, 13 नवम्बर को सभी स्कूलों व छात्रावासों में, 14 नवम्बर को उच्च शिक्षा संस्थानों में तथा 15 नवम्बर को अस्पतालों और पुलिस थानों में ‘वंदे मातरम्@150’ कार्यक्रम एवं स्वदेशी संकल्प आयोजित किया जाएगा। इसके अलावा 7 नवम्बर से 26 नवम्बर (संविधान दिवस) तक सभी विद्यालयों और महाविद्यालयों में ‘वंदे मातरम्’ का सामूहिक वाचन होगा।

मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के निर्देश पर प्रदेशभर में शुरु हुआ सड़क सुरक्षा अभियान
   जयपुर, 05 नवम्बर। मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के निर्देशानुसार राज्य में सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम एवं सड़क सुरक्षा को सुदृढ़ बनाने के लिए राज्यभर में 4 नवम्बर से 18 नवम्बर तक 15 दिवसीय सड़क सुरक्षा अभियान शुरु...

   जयपुर, 05 नवम्बर। मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के निर्देशानुसार राज्य में सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम एवं सड़क सुरक्षा को सुदृढ़ बनाने के लिए राज्यभर में 4 नवम्बर से 18 नवम्बर तक 15 दिवसीय सड़क सुरक्षा अभियान शुरु किया गया है। प्रदेश में अभियान के तहत सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने, यातायात नियमों को सख्ती से लागू करने तथा आपातकालीन सहायता प्रणाली को सुदृढ किया जा रहा है। मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा गृह विभाग से समेकित रिपोर्ट प्राप्त कर सड़क सुरक्षा अभियान की सघन मॉनिटरिंग की जा रही है।

                इस अभियान के सफल संचालन हेतु विभागवार जिम्मेदारियां तय कर दी गई हैं। पुलिस विभाग को इसकी नोडल एजेंसी एवं फील्ड को-ऑर्डिनेटर बनाया गया है, जो सम्पूर्ण प्रदेश में अभियान का फील्ड-लेवल समन्वय एवं पर्यवेक्षण सुनिश्चित कर रहा है। विभाग द्वारा शराब पीकर, तेज गति से, गलत दिशा में या खतरनाक तरीके से वाहन चलाने वालो के विरुद्ध विशेष प्रवर्तन अभियान शुरु किया जा रहा है तथा बिना रिफ्लेक्टर या नंबर प्लेट वाले वाहनों पर विधिक कार्रवाई प्रारंभ की गई है। सभी राजमार्गों और प्रमुख सड़कों पर संबधित थाना एवं यातायात टीमें प्रभावी कार्रवाई के लिए तैनात कर दी गई हैं। साथ ही,यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि हाईवे मोबाइल यूनिट एवं एम्बुलेस निर्धारित मानको के अनुसार कार्यरत है। सभी छह लेन राजमार्गों पर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-48 मॉडल के अनुरूप लेन ड्राइविंग सिस्टम लागू किया जाएगा।

शराब सेवन तथा ओवरस्पीड मामलों में चालकों के ड्राइविंग लाइसेस निलंबित

                सड़क सुरक्षा अभियान में परिवहन एवं सड़क सुरक्षा विभाग द्वारा ओवरलोडिंग, अनाधिकृत संचालन, फिटनेस उल्लंघन इत्यादि पर सख्त कार्रवाई करने के साथ ही, शराब सेवन तथा ओवरस्पीड मामलों में चालकों के ड्राइविंग लाइसेस निलम्बन/निरस्तीकरण की कार्यवाही शुरु की गई है। विभाग द्वारा वाहन चेकिंग अभियान, रिफ्लेक्टर टेप लगवाने, सड़क सुरक्षा कार्यशालाएँ एवं जन जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं।

हटेंगे अवैध ढाबे और अनाधिकृत संरचनाएं

                अभियान में सार्वजनिक निर्माण विभाग, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण सहित संबंधित एजेंसियों द्वारा सभी राष्ट्रीय एवं राज्य राजमार्गों पर अनाधिकृत कट 15 दिनों में बंद किए जाएंगे। विभाग द्वारा सभी सड़को पर व्हाइट लाइनिंग कार्य कराने, डिवाइडर अथवा मीडियन पर रेलिंग या सुरक्षा जाल लगाने, सड़क किनारे झाड़ियाँ हटाने तथा पटरी एवं गड्डों की मरम्मत का कार्य प्रारंभ किया जा रहा है। नियमानुसार चेतावनी, संकेतक एवं साइन बोर्ड लगाने के साथ ही अवैध ढाबे, बस स्टैंड एवं अनाधिकृत संरचनाएं भी हटाना शुरु कर दिया गया है। दुर्घटना संभावित अनअटेंडेड पशुओं को सुरक्षित स्थान पर भेजने हेतु कार्ययोजना बनाने से लेकर सर्विस लेन तथा ट्रक चालकों हेतु विश्राम स्थलों की समीक्षा की जाएगी।

45 वर्ष से अधिक आयु के वाहन चालकों का होगा नेत्र परीक्षण

                चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी वाहन चालकों के नेत्र परीक्षण के लिए अभियान चलाया जाएगा। साथ ही, एम्बुलेंस की उपलब्धता, ट्रॉमा सेंटर एव निकटवर्ती अस्पतालो की व्यवस्थाओं को भी और अधिक सुदृढ़ किया जाएगा, ताकि प्रभावितों को त्वरित चिकित्सकीय सुविधा मिल सके। अभियान के तहत नगरीय विकास एवं स्थानीय निकाय विभाग द्वारा भी फुटपाथों को अतिक्रमण मुक्त करने के साथ ही ट्रैफिक सिग्नलिंग सिस्टम व सड़क प्रकाश व्यवस्था का दुरुस्तीकरण तथा जन-जागरूकता हेतु बैनर, पोस्टर एव डिजिटल डिस्प्ले लगाए जा रहे हैं। शहरी क्षेत्रों में भारी वाहनों की नो एंट्री सीमा एवं समय निर्धारण का भी पुनः परीक्षण किया जा रहा है।

अत्यधिक समय तक वाहन चलवाने पर दंडात्मक कार्यवाही

                सड़क सुरक्षा अभियान के तहत ट्रांसपोर्ट कपनियों पर चालकों से अत्यधिक समय तक वाहन चलवाने की शिकायतों की जांच कर श्रम विभाग द्वारा दंडात्मक कार्यवाही की जाएगी। चालकों के कार्य घंटे व विश्राम समय की पालना सुनिश्चित करने हेतु निरीक्षण एवं जागरूकता अभियान शुरु किया गया है। इस संबंध में सभी जिलों स्तरीय अधिकारियों द्वारा मॉनिटरिंग की जा रही है।

                जिला स्तर पर अभियान के प्रभावी संचालन के लिए जिला कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक द्वारा संयुक्त रूप से जिला सड़क सुरक्षा समिति के माध्यम से अभियान की मॉनिटरिंग की जा रही है। अभियान के माध्यम से एनजीओ, स्वयसेवी संस्थाएँ एव स्थानीय युवाओं को जोड़ने, तथा हेलमेट, सीट बेल्ट, मोबाइल उपयोग निषेध, डिपर उपयोग आदि का विशेष प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है। साथ ही, दुर्घटना पीड़ितों की सहायता करने वाले नागरिकों को सम्मानित भी किया जा रहा है।

जयपुर नगर निगम का बड़ा फैसला, शहर के 40 प्रमुख जगहों के बदले गए नाम
पिंक सिटी जयपुर के नगर निगम ने कार्यकाल खत्म होने से हफ्ते भर पहले शहर की तमाम सड़कों, चौराहों, पुलों और पार्कों के नाम बदल दिए हैं. नए नामकरण उन...

पिंक सिटी जयपुर के नगर निगम ने कार्यकाल खत्म होने से हफ्ते भर पहले शहर की तमाम सड़कों, चौराहों, पुलों और पार्कों के नाम बदल दिए हैं. नए नामकरण उन महापुरुषों के नाम पर किए गए हैं, जो इन दिनों बीजेपी और आरएसएस को ज्यादा सूट करते हैं. इनमें से एलिवेटेड ब्रिज भारत जोड़ो सेतु का भी नाम बदला गया है, जिसे तीन साल पहले तत्कालीन अशोक गहलोत सरकार ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को समर्पित किया था.

जयपुर के ग्रेटर नगर निगम की मौजूदा कार्यकारिणी की आखिरी बैठक में शहर के करीब 40 प्रमुख स्थलों का नाम बदले जाने का फैसला किया गया है. इसके तहत भारत जोड़ो एलिवेटेड ब्रिज अब लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल के नाम पर होगा. इसके अलावा, सेंट्रल पार्क और टोंक रोड का नाम बीजेपी में तमाम बड़े पदों पर रहे पूर्व उपराष्ट्रपति भैरों सिंह शेखावत के नाम पर किए जाने का फैसला किया गया है.

जयपुर में 40 जगहों के बदले गए नाम

साथ ही रामनिवास बाग में बन रहा स्पोर्ट्स कांप्लेक्स अब आरएसएस के संस्थापक केशव बलिराम हेडगेवार के नाम पर होगा. तीन चौराहों के नाम परशुराम सर्किल, चित्रगुप्त सर्किल और खाटू श्याम सर्किल होंगे. आखिरी बैठक में तकरीबन चालीस जगहों के नाम बदले जाने का फैसला किया गया है. नाम बदले जाने के फैसलों पर कांग्रेस पार्टी ने कड़ा ऐतराज जताया है और बीजेपी पर इसके बहाने सियासत करने का आरोप लगाया है.

कांग्रेस पार्टी ने जताया विरोध

कांग्रेस पार्टी को सबसे बड़ा एतराज उस एलिवेटेड भारत जोड़ो ब्रिज को लेकर है, जिसका नामकरण सितंबर 2022 में तत्कालीन अशोक गहलोत सरकार ने पार्टी सांसद राहुल गांधी की उन दिनों निकाली जा रही भारत जोड़ो यात्रा को लेकर किया था. कांग्रेस का आरोप है कि भारत को जोड़ने का संदेश देने वाले पुल का नाम बदला जाना सियासी शिगूफा है. कांग्रेस नेता प्रताप सिंह खाचरियावास के मुताबिक BJP की सरकार और उसके कार्यकाल में नगर निगम ने कोई नया काम नहीं किया गया.

मेयर डॉ सौम्या गुर्जर ने क्या कहा?

ऐसे में अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए नाम बदलने की गंदी सियासत की जा रही है. दूसरी तरफ बीजेपी ने कांग्रेस पर पलटवार किया है. बीजेपी नेत्री और जयपुर ग्रेटर की मेयर डॉ सौम्या गुर्जर का कहना है कि महापुरुषों के सम्मान में अक्सर नए नाम दिए जाते हैं. किसी महापुरुष का नाम हटाकर दूसरे का नहीं रखा गया है. उनके मुताबिक सरदार पटेल ने भारत को जोड़ने की कोशिश की थी, इसी वजह से भारत जोड़ो सेतु को नया नाम दिया गया है.

सेंट्रल पार्क और टोंक रोड का कोई नाम नहीं था, इसलिए उसे राजस्थान को नई पहचान दिलाने वाले भैरो सिंह शेखावत को समर्पित किया गया है. मेयर डॉ सौम्या गुर्जर के मुताबिक बैठक में पार्षद जनता के सुझाव पर जो प्रस्ताव देते हैं, उस आधार पर नामकरण का फैसला किया जाता है. ऐसे मामलों में राजनीति होना कतई उचित नहीं है. सभी को जनता की भावनाओं का सम्मान करना चाहिए.

जयपुर में भव्य राष्ट्रीय एकता दिवस 2025: सरदार वल्लभभाई पटेल की विरासत के रूप में एकता मार्च, सांस्कृतिक कार्यक्रम और ‘रन फॉर यूनिटी’ मैराथन का आयोजन
राष्ट्रीय एकता दिवस 2025 पर जयपुर में भव्य कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनका उद्देश्य देश की अखंडता, एकता और विविधता में एकता के संदेश को फैलाना था। इस अवसर पर...

राष्ट्रीय एकता दिवस 2025 पर जयपुर में भव्य कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनका उद्देश्य देश की अखंडता, एकता और विविधता में एकता के संदेश को फैलाना था। इस अवसर पर आयोजन विशेष रूप से सरदार वल्लभभाई पटेल के 150वें जन्मदिवस के रूप में किया गया, जो भारत के एकीकरण के महान नायक माने जाते हैं।

जयपुर में आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत महात्मा गांधी सर्किल से हुई यूनिटी मार्च से हुई, जिसका नेतृत्व मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने किया। इस मार्च में डिप्टी सीएम दिया कुमारी, मंत्री राठौड़, कई विधायक और सांसद, साथ ही स्कूली छात्र-छात्राएं भी शामिल हुए। इस मार्च में राष्‍ट्रीय एकता तथा अखंडता पर विशेष जोर दिया गया।

कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी आयोजित की गईं, जिसमें राजस्थान की राज्य संस्कृति के विभिन्न रंग दिखाई दिए। कार्यक्रम के दौरान सरदार पटेल के योगदान को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पटेल ने अपने अदम्य साहस और कूटनीति से देश को एक सूत्र में पिरोया, और उनकी विरासत आज भी हमारा मार्गदर्शन करती है। उन्होंने युवाओं को देश के विकास में सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया।

राज्य शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार, राज्य के 69953 सरकारी स्कूलों में मेगा पैरेंट-टीचर मीटिंग (PTM) भी एकता दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित की गई, जहां अभिभावकों ने बच्चों की पढ़ाई और लर्निंग आउटकम पर चर्चा की।

इस कार्यक्रम का एक महत्वपूर्ण पहलू था “रन फॉर यूनिटी” मार्च, जिसमें हजारों लोगों ने भाग लिया और उन्होंने एकता के साथ स्वस्थ जीवन और स्वच्छ भारत का संदेश दिया। इस अवसर पर पूरे राजस्थान में 150 स्थानों पर सामूहिक गायन, प्रदर्शनी, और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए।

इसके अलावा, यूनिटी दिवस पर विभिन्न सामाजिक संस्थाओं द्वारा शोभायात्रा, नारा फैलाने, और जन जागरण अभियान भी चलाए गए, जो लोगों में देशभक्ति और एकता की भावना को और मजबूत बनाते हैं।

इस कार्यक्रम की व्यापकता और गहराई ने जयपुर को राष्ट्रीय एकता का प्रतीक स्थल बना दिया है, जहां अनेक लोग एक साथ आकर भारत की महान विविधता में एकता की भावना का जश्न मना रहे हैं।

मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल करेगा प्रवासी राजस्थानी समुदाय से संवाद -प्रवासी राजस्थानी दिवस के लिए किया जाएगा आमंत्रित
कोलकाता के प्रवासी राजस्थानी समुदाय से प्रभावी संवाद स्थापित करने के लिए मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के दूरदर्शी नेतृत्व में एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल 28 अक्टूबर को पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता जायेगा।...

कोलकाता के प्रवासी राजस्थानी समुदाय से प्रभावी संवाद स्थापित करने के लिए मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के दूरदर्शी नेतृत्व में एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल 28 अक्टूबर को पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता जायेगा। इस दौरान मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में ‘प्रवासी राजस्थानी मीट’ का आयोजन किया जाएगा और प्रवासी राजस्थानियों को 10 दिसंबर 2025 को जयपुर में आयोजित होने वाले प्रथम ‘प्रवासी राजस्थानी दिवस’ के लिए आमंत्रित भी किया जायेगा।

मुख्यमंत्री श्री शर्मा के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल प्रवासी राजस्थानियों, औद्योगिक समूहों, व्यवसायियों और उद्यमियों को राज्य के विकास में सक्रिय योगदान के लिए आमंत्रित करेगा। इस दौरान टेक्सटाइल एवं होजरी, केमिकल तथा खनिज जैसे विभिन्न व्यवसायिक क्षेत्रों में कार्यरत व्यावसायिक और औद्योगिक समूहों के प्रमुखों के साथ वन-टू-वन बैठकें भी आयोजित होंगी। उल्लेखनीय है कि प्रवासी राजस्थानी मीट राज्य में निवेश को प्रोत्साहित करने, सहभागिता को सुदृढ़ बनाने, राजस्थान और उसके वैश्विक प्रवासी समुदाय के बीच संबंधों को और प्रगाढ़ करने तथा राज्य की विकास यात्रा में उनकी निरंतर भागीदारी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है।

10 दिसंबर को आयोजित होने वाले प्रवासी राजस्थानी दिवस की तैयारियों की कड़ी में यह तीसरा कार्यक्रम है जो कोलकाता में आयोजित किया जा रहा है। इससे पहले हैदराबाद और सूरत में आयोजित प्रवासी राजस्थानी मीट्स के दौरान मुख्यमंत्री ने प्रवासी राजस्थानियों को राज्य में नए अवसरों की संभावनाएं तलाशने के लिए प्रेरित किया था। इन कार्यक्रमों में उन्होंने प्रवासी राजस्थानी समुदाय के योगदान की सराहना करने के साथ ही राज्य के समावेशी एवं सतत् विकास के लिए उन्हें पूरा सहयोग देने की प्रतिबद्धता भी व्यक्त की थी।

प्रवासी राजस्थानी मीट के प्रतिनिधिमण्डल में माननीय नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन मंत्री श्री झाबर सिंह खर्रा, ग्रामीण विकास विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती श्रेया गुहा, उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के प्रमुख शासन सचिव श्री आलोक गुप्ता, राजस्थान फाउंडेशन की आयुक्त डॉ मनीषा अरोड़ा, ब्यूरो ऑफ़ इन्वेस्टमेंट प्रमोशन के आयुक्त श्री सुरेश कुमार ओला तथा राज्य सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल होंगे। यह मीट कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (सीआईआई) के सहयोग से आयोजित की जा रही है, जो ‘प्रवासी राजस्थानी दिवस 2025’ का इवेंट इंडस्ट्री पार्टनर है।

प्रवासी राजस्थानी दिवस 2025’ के बारे में

10 दिसंबर को जयपुर में आयोजित होने जा रहा ‘प्रवासी राजस्थानी दिवस’ राज्य सरकार की एक प्रमुख पहल है, जिसका उद्देश्य वैश्विक प्रवासी राजस्थानी समुदाय से जुड़ाव को सुदृढ़ बनाना है। प्रवासी समुदाय से संपर्क स्थापित करने के लिए उद्योग विभाग और राजस्थान फाउंडेशन को नोडल बनाया गया है। यह आयोजन प्रवासी राजस्थानियों को एक साझा मंच पर लाता है, जहां प्रवासी समुदाय और राज्य सरकार के बीच विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग के नए आयाम तलाशे जाते हैं और सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूत किया जाता है।

गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व पर केन्द्रीय मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने गुरुद्वारे में नवाया शीश -रक्तदान शिविर में सहभागिता कर रक्तदाताओं का किया उत्साहवर्धन
जयपुर, 5 नवम्बर। गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व के पावन अवसर पर केन्द्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने बुधवार को जोधपुर स्थित गुरुद्वारा श्री गुरु...


जयपुर, 5 नवम्बर। गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व के पावन अवसर पर केन्द्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने बुधवार को जोधपुर स्थित गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा पहुंचकर गुरु नानक देव जी को नमन किया एवं श्रद्धापूर्वक अरदास में सहभागी बने।

श्री शेखावत ने सिख समुदाय एवं समस्त देशवासियों को प्रकाश पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए कहा कि गुरु नानक देव जी का जीवन हमें मानवता, सेवा और सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। उन्होंने कहा कि गुरु नानक देव जी के उपदेश आज भी समाज में समरसता, करुणा और सह-अस्तित्व के मूल्यों को सशक्त करते हैं।

इस अवसर पर गुरुद्वारा परिसर में आयोजित रक्तदान शिविर में श्री शेखावत ने सक्रिय सहभागिता निभाई तथा रक्तदाताओं से संवाद कर उनका उत्साहवर्धन किया। उन्होंने कहा कि रक्तदान एक श्रेष्ठ मानव सेवा है, जो जीवन बचाने का माध्यम बनती है।

 कार्यक्रम के दौरान श्री त्रिभुवन सिंह भाटी, श्री प्रतिपाल सिंह वालेचा सहित अनेक जनप्रतिनिधि, गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के पदाधिकारी एवं श्रद्धालु उपस्थित रहे।

 इससे पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री शेखावत ने अपने जोधपुर निवास पर नागरिकों से भेंट कर उनकी समस्याएं सुनीं और आवश्यक समाधान के लिए आश्वासन दिया। तत्पश्चात उन्होंने हवाई मार्ग से दिल्ली के लिए प्रस्थान किया।

 बुधवार 5 नवम्बर को श्री पुष्कर मेला-2025 का समापन समारोह 
समापन समारोह बुधवार को अजमेर, 4 नवम्बर। श्री पुष्कर मेला-2025 के अन्तर्गत बुधवार 5 नवम्बर को मेला मैदान में प्रातः 9 बजे समापन समारोह का आयोजन किया जाएगा। इसमें सांस्कृतिक कार्यक्रम और कला जत्था यात्रा, मटका दौड़, चम्मच...

समापन समारोह बुधवार को

अजमेर, 4 नवम्बर। श्री पुष्कर मेला-2025 के अन्तर्गत बुधवार 5 नवम्बर को मेला मैदान में प्रातः 9 बजे समापन समारोह का आयोजन किया जाएगा। इसमें सांस्कृतिक कार्यक्रम और कला जत्था यात्रा, मटका दौड़, चम्मच दौड़ तथा रस्साकस्सी प्रतियोगिताओं के विजेताओं के लिए पुरस्कार वितरण का कार्यक्रम होगा। साथ ही उष्ट्र तथा अश्व प्रदर्शन होंगे। सायं 6 बजे पुष्कर सरोवर घाट में पुष्कर महाआरती होगी।

अब तक आए 6715 पशु

     अजमेर, 4 नवम्बर। श्री पुष्कर पशु मेला 2025 में अब तक 6715 पशुओं की आमद दर्ज की गई है। पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. सुनील घीया ने बताया कि पुष्कर मेले में लगातार पशुओं की आमद जारी है। अब तक 6715 पशु आए हैं। इनमें से 5244 राजस्थान के अंदर के तथा 1471 राजस्थान से बाहर के पशु हैं। आए पशुओं में गौ वंश के 113 तथा भैंस वंश के 67 है। उष्ट्र वंश के कुल 1576 में से 1573 राजस्थान के अंदर के तथा 3 राजस्थान से बाहर के हैं। इसी प्रकार अश्व वंश के कुल 4957 पशुओं में से राजस्थान के अंदर के 3506 तथा राजस्थान से बाहर के 1451 है। इसके अतिरिक्त भैड़-मेढा तथा बकरा-बकरी पशुओं की भी आमद दर्ज की गई है।

पंचायती राज मंत्री ने ली समीक्षा बैठक- स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण और निरीक्षण दौरों की ली गहन जानकारी
पंचायती राज मंत्री श्री मदन दिलावर की अध्यक्षता में मंगलवार को शासन सचिवालय स्थित पंचायती राज विभाग के सभागार में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण, निरीक्षण दौरों और लंबित प्रकरणों की समीक्षा...

पंचायती राज मंत्री श्री मदन दिलावर की अध्यक्षता में मंगलवार को शासन सचिवालय स्थित पंचायती राज विभाग के सभागार में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण, निरीक्षण दौरों और लंबित प्रकरणों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई।

श्री दिलावर ने राष्ट्रगीत वंदे मातरम के 150वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर विभाग के समस्त कार्यालयों ग्राम पंचायतों,  पंचायत समिति, जिला परिषद आदि में राष्ट्रगीत का गायन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए । उन्होंने कहा कि प्रतिदिन कार्यालय प्रारंभ होने के साथ राष्ट्रगीत का अनिवार्य रूप से वाचन किया जाए। उन्होंने  7 नवंबर को आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय कार्यक्रम के तहत सभी पंचायती राज संस्थानों में राष्ट्रगीत के सामूहिक वाचन के निर्देश दिए।

बैठक में श्री दिलावर ने 17 सितंबर से प्रारंभ हुए स्वच्छता ही सेवा 2025 अभियान की उपलब्धियों की जानकारी ली। उन्होंने बताया कि  स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत राजस्थान ने ’क्लीनिंगनेस टारगेट यूनिट्स’ (ब्समंदसपदमेे ज्ंतहमज न्दपजे) के क्षेत्र में देश में प्रथम स्थान पर है।  उन्होंने कहा कि गावों में साफ सफाई राज्य सरकार की  प्राथमिकता है। इसलिए गांवों की साफ सफाई सुनिश्चित और नियमित होनी चाहिए।  उन्होंने कहा कि गांवों की सफाई में सुधार हुआ है लेकिन अभी तक आपेक्षिक सफाई नहीं हुई है। साथ ही उन्होंने अधिकारियों को लंबित प्रकरणों के जीरो पेंडेंसी के निर्देश दिए।

बैठक में ही मंत्री ने ग्राम पंचायतों में निरीक्षण दौरों की स्थिति, समस्याएँ एवं सुधार के प्रस्तावों पर चर्चा की गई और आवश्यक निर्देश प्रदान किए गए।

उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि माह के 4 दिन रात्रि विश्राम करना ही होगा। उन्होंने जिला प्रभारियों को अपने जिलों की साफ सफाई के लिए चार माह का टारगेट दिया है। मंत्री ने कहा कि ग्राम पंचायतों का निरीक्षण करने वाले अधिकारी दिन में गांवों का निरीक्षण करेंगे और रात में गांव में ही रात्रि विश्राम करेंगे। उन्होंने रात्रि विश्राम करने वाले अधिकारियों को ग्रामवासियों से संवाद स्थापित करने, उनकी समस्याएँ सुनने, एवं उन समस्याओं का समाधान सुनिश्चित करने की व्यवस्था करने को कहा गया। साथ ही रिकॉर्डिंग एवं दस्तावेजीकरण की आवश्यकता पर बल दिया गया है ताकि पारदर्शिता बनी रहे।

श्री दिलावर ने गांवों में रोजमर्रा की सफाई सुनिश्चित करने, ग्राम पंचायतों को पूरी तरह स्वच्छ बनाने एवं प्लास्टिक उपयोग को कम करने के निर्देश दिए।

उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि निरीक्षण की रिपोर्ट विभागीय पोर्टल पर समयबद्ध रूप से अपलोड करें और रिपोर्ट में किसी भी प्रकार की अनियमितता पाए जाने पर संबंधित के खिलाफ प्रस्ताव तैयार कर संबंधित प्रभारी को प्रस्तुत करें।

बैठक में डॉ. जोगाराम, शासन सचिव एवं आयुक्त पंचायती राज विभाग, सुश्री सलोनी खेमका, निदेशक स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण), श्री बृजेश चंदोलिया, अतिरिक्त आयुक्त एवं संयुक्त निदेशक (प्रथम) सहित विभागीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।